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    जय हिंद देखिए इजराइल पर आए दिन कभी हिजबुल्लाह की ओर से तो कभी हैती विद्रोहियों की ओर से और गाजा के साथ तो उसकी लड़ाई चल ही रही है इस बीच वो इजराइल जो है वो एक विशेष टेक्नोलॉजी का यूज कर रहा है जिससे वो मिसाइलों का रास्ता ही भटका दे रहा है इस टेक्नोलॉजी को कहा जाता है जीपीएस स्नूपिंग जीपीएस स्नूपिंग एक ऐसी टेक्नोलॉजी होती है जो जीपीएस ही आपको गलत रास्ता बताता है जानबूझकर क्योंकि इजराइल चारों और दुश्मनों से ही घिरा हुआ है यहां तुर्की है सीरिया है लेबनान है यहां पे गाजा के साथ लड़ाई चल ही रही है सबसे बड़ा दु उसका ईरान है हालांकि तुर्की ये इजराइल का जो सबसे बड़े दुश्मनों में है जो पावरफुल है उसमें एक तुर्की है ईरान है और पाकिस्तान है ये तीन इसके पावरफुल दुश्मन है बाकी अरब वालों लोग को तो कुछ समझ में नहीं करता यहां पे तो देखिए जीपीएस स्नूपिंग क्या होता है ये जीपीएस जो है ये चारों ओर हमारे सेटेलाइट छोड़े गए हैं और पूरे पृथ्वी के चारों ओर सेटेलाइट्स का एक ग्रुप है जीपीएस जो अमेरिका ने उसे छोड़ा था आम पब्लिक से लेकर मिसाइल ड्रोन सारी चीजें जीपीएस का ही यूज करती है सबसे ज्यादा यूज करती हो है यहां पर इस जीपीएस टेक्नोलॉजी में एनी टाइम हमारे पास कम से कम तीन से चार सेटेलाइट हमारे ऊपर नजर रखे होते हैं हम कोई भी डाटा लेते हैं हमारी दूरी एक जगह से दूसरे जगह कहां है हम दो जगहों की ूरी नापते हैं तो हम आसमान से हम इसी सेटेलाइट से घिरे रहते हैं और हमें मोबाइल में इजली मिल जाता है डटा अब हम आंख बंद करके ले लीजिए उधर कट लिए तो आगे कोई रास्ते नहीं था आ भैंस का तबेला था और उसमें गुगला के पास एक गुगली है वो बोल रही थी टेक 200 मीटर लेफ्ट अरे सोचत आगवा भैस रखा ले कहां से लेफ्ट ले लेंगे तो कभी-कभी गुगला जो है ना इने उने खेत में कुदा देता है कभी-कभी गड़बड़ हो जाता है तो तो वैसे ही क्या है कि अगर हमें ग से हम जा रहे हैं हमें कोई पता नहीं किधर जाना है अगर मैप ने कहा इधर जाओ तो हम इधर चले जाते हैं और अगर मैं अपने कह दिया इधर मुड़ जाओ तो हम लोग इधर मुड़ जाते हैं तो जैसे हम जमीन पे रास्ता फ फॉलो करते हैं वैसे ही मिसाइल जहाज हवा में फॉलो करते हैं अब उन्हीं को गलत कोऑर्डिनेट दे देना जीपीएस स्नूपिंग कहलाता है इसी के मदद से इजराइल अपने और आने वाले मिसाइलों को जो हिजबुल्ला या फिर कहीं हिज्बुल्लाह के पास थोड़े से एडवांस कैटेगरी के मिसाइल है उसको इस इंटरनेट जीपीएस स्नूपिंग की मदद से गलत रास्ता दिखा देता है गलत रास्ता दिखाने से उसको एक फायदा हो जाता है कि वो रास्ता भटक जाते हैं लेकिन एक घाटा यह होता है कि रास्ता भटकने के बाद भी कहीं ना कहीं तो गिरेगा ही इजराइल है कितना छोटा सा तो देश है यहां पे लेकिन इसमें इजराइल के पा आयरन डोम टेक्नोलॉजी है जिससे कि वह हैंडल कर लेता है और यह जीपीएस स्नूपिंग पे इजराइल की जो साइबर सिक्योरिटी फोर्स है बहुत एक्टिवली काम करती है तो इससे पता चलता है कि हमें टेक्नोलॉजी वाइज कितना एडवांस रहने की जरूरत है हमें पिछ लग्गू बन के रहने की जरूरत नहीं है अभी क्या है ये 5g का जमाना है जिसकी टेक्नोलॉजी बेहतर होगी वही आगे निकल जाएगा यहां पर अब भारत भी इसी सिलसिले में अपने अपनी टेक्नोलॉजी में इजाफा किया है और एक नए टाइप का लूनर बर्ग लेंस को अपने ड्रोन में इंस्टॉल किया है लूनर बर्ग लेंस क्या होता है यह किसी भी जहाज को या फिर जो भी हवा में उड़ रही चीज है उसको रडार में छिपा आता नहीं है बल्कि और बड़ा करके दिखा देता है छिपाए ही नहीं बड़ा करके दिखाएगा अब आप कहिए पूरी दुनिया स्टिल्ट पे लगी हुई है कि बड़े से बड़े जहाज को इतना छोटा दिखाओ कि रडार पे वो दिखे ही नहीं या दिखे तो रडार को लगे कि कोई पक्षी उड़ रहा है यहां पे अब ये ससुरा और बड़ा कर देता है ये बड़ा क्यों कर देता है लूनर बर्ग लेंस यहां पर ये लेंस देखिए ये लेंस ना अपने ऊपर पड़ने वाले जो भी चीजें उसको जरूरत से बड़ा रडार पे दिखाता है जैसे ये ड्रोन है अमूमन जो रडार होते हैं वो ड्रोन को नहीं पकड़ते हैं छोटी-छोटी चीजों को नहीं पकड़ते बड़े चीजों को पकड़ते हैं तो जैसे कोई ड्रोन उड़ के जा रहा है तो उसको रडार नहीं पकड़ेगा इसके लिए स्पेशल रडार आता है जो छोटी चीजों को पकड़ता है लेकिन अगर हम इस पे लूनर बर्ग लेंस लगा देंगे इस पे छोटा सा देखिए य लगाया गया है तो ये क्या करेगा रडार पर इसको बहुत बड़ा साइज में दिखाएगा जिससे कि रडार पे लगेगा कि कोई जहाज आ रहा है तो एक छोटे से चीज को बड़ा दिखा देना जिससे लगेगा कि कोई जहाज आ रहा है इससे दुश्मन अपना एयर डिफेंस मिसाइल मारेगा और दुश्मन का लोकेशन पता चल जाएगा तो दुश्मन जानबूझ के मारे इसको बड़ा समझ के मार दे और रडार जैसे दुश्मन देखेगा तो दुश्मन के रडार पर इसे एक छोटा सा दिखना चाहिए ड्रोन बराबर बट ये ड्रोन बराबर ना दिख के एक बड़ा आकार का दिखेगा अगर हम उसके ऊपर लूनर बर्ग लेंस लगा दिए तो अब दुश्मन इस पे एयर डिफेंस मिसाइल लांच कर देगा और जैसे ही दुश्मन इस पे एयर डिफेंस मिसाइल लॉन्च करेगा हम लोग क्या करेंगे उसके लोकेशन का पता लगा देंगे कि कहां से यह मिसाइल मारा हुआ है यहां पर इससे कि उसका एयर डिफेंस छुप नहीं पाएगा और यह भी पता कर लेंगे कि उसका एयर डिफेंस कितना एक्टिव है अगर नहीं मार रहा है अच्छा इसमें एक और भी चीज गड़बड़ है जैसे पाकिस्तान को चाइना ने h q9 दिया हुआ है ये डुप्लीकेट कॉपी है s300 का हमारे पास s400 है ये s400 क्या s300 का ये डुप्लीकेट कॉपी है और डुप्लीकेट में भी कौन है चाइना ने डुप्लीकेट किया है एक देहात में कहावत कहते हैं एको रनी बान और ओप मार देलस बीछी और पगला जाएगा आदमी एक तो तो डुप्लीकेट डुप्लीकेट होता है उसमें से चाइना द्वारा बनाया गया डुप्लीकेट डुप्लीकेट का स्क्वायर हो जाता है उसके पास ये एयर डिफेंस सिस्टम है तो हम क्या करेंगे एक ड्रोन भेजेंगे पाकिस्तान के साइड में अब वो ड्रोन क्या करेगा उड़ेगा अब पाकिस्तान को रडार में वो ड्रोन नहीं दिखेगा बल्कि वो एक जहाज की तरह दिखेगा और अपना एच क्यू नहीं मारेगा उसको यहां पे और जैसे मिसाइल मारेगा हम लोग को पता चल जाएगा कहां पे लगाया हुआ है और फिर हम लोग उस पर ब्रह्मोस मार देंगे यहां उसका सिस्टम में उड़ जाएगा अच्छा अगर ये नहीं मारा तो जैसे दुश्मन का रडार है दुश्मन के रडार ने रडार भेजा और हमारे ड्रोन के ऊपर लगा हुआ था ये लूनर बर्ग रडार लेंस अब यह क्या करेगा बड़ा लोकेशन दिखाएगा दुश्मन ने मिसाइल नहीं मारा तब क्या होगा तो दोनों हाथ में लड्डू है अगर दुश्मन मिसाइल मारा तो दुश्मन का पता चल जाएगा और नहीं मारा तो ये ड्रोन के साथ आर्म्स भी जोड़ सकते हैं हम लोग हथियार भी जोड़ देंगे यहां पे दुश्मन के एरिया में जाके तबाही मचाएगा अगर नहीं मारोगे तो ये लोग जाएंगे मारोगे तो तुम्हारा बड़का मिसाइल सिस्टम जाएगा दोनों ओर से वो घेरा जाएगा इसलिए ये टेक्नोलॉजी होती है ये स्टिल का ठीक उल्टा होता है स्टिल्ट ऐसी टेक्नोलॉजी होती है जो रडार पे ही नहीं आती है और ये जो होता है लूनर बर्ग जानबूझ के रडार पे लाया जाता है स्टिल्ट जहाज जो होती हैं वो अलग टाइप की होती है तो भारतीय थल सेना अब ऐसे ड्रोन को एक्वायर कर रही है जिस परे लूनर बर्ग रडार लूनर बर्ग लेंस लगाए गए हैं यहां पे ये स्टिल्ट का ठीक उल्टा होता है स्टिल्ट आजकल एक नई टेक्नोलॉजी के जहाज बोले जाते हैं ये क्या होते हैं इनके ऊपर एक विशेष प्रकार की कोटिंग की जाती है इनका एरोड नामिक स्ट्रक्चर अलग डिजाइन से बनाया जाता है जिससे कि इन परे रडार क्रॉस सेक्शन बहुत कम आए और रडार पर एक पॉइंट की तरह ये दिखते हैं इससे पता नहीं चल पाता है कि ये बड़ा जहाज है या ड्रोन है या वो भी नहीं दिखते हैं अगर f35 की बात करें तो ये इतना स्टिल्ट है कि ये एक बार ईरान के जहाज के नीचे उड़ रहा था ईरान के जहाज को पता ही नहीं था उसको बाद में निकल के देखा ऐसे कहा देख रहा है भैया रडार में तो हमको दिख ही नहीं रहा है ये इतना स्टेल्थ है इससे एक घाटा होता है जरूरत से ज्यादा अगर आप स्टेल्थ हो जाइएगा तो डेली तो युद्ध नहीं होता है और युद्ध नहीं होता है तो जहाज के पायलट को हमेशा प्रैक्टिस करते रहना है यहां पे प्रैक्टिस करना अपने ही देश में अब अगर यह स्टिल्ट है और यह रडार में उड़ेगा तो रडार में दिखेगा ही नहीं अब कोई रडार में नहीं दिखेगा तो एक्सीडेंट होने की संभावना बढ़ जाएगी कि किसी सिविलियन एयरपोर्ट से टकरा जाएगा किसी सिविलियन जहाज से टकरा जाएगा क्योंकि रा रडार में नहीं दिखेगा तो इसके ऊपर जानबूझ के लगा दिया जाता है लूनर बर्ग रडार लूनर बर्ग लेंस ताकि ये जानबूझ के दिखाई दे सोचिए इतनी टेक्नो कि दिख ब नहीं करता इसको एकदम स्टिल्ट बनाया जाता है और इसके हथियार को भी ना आर्म्स बे में रखा जाता है यह दरवाजा की तरह होता है इसमें खुल जाता है इसी में हथियार रखा जाता है ये मिसाइल मारने के बाद ये दरवाजा बंद कर लेता है इसका शेप एंड साइज पूरी तरह बंद रहना चाहिए नहीं तो ऐसे खुले में हार्ड पॉइंट रहेगा तो ये रडार में इजली पकड़ में आ जाएगा तो रडार में इजली पकड़ में आ जाता है जब भी ये स्टल जहाज अपने देश में प्रैक्टिस कर रहे होते हैं या अपने देश के साथ युद्ध अभ्यास कर रहे होते हैं तो जानबूझ के इसके ऊपर लूनर बर्ग लेंस लगा देते हैं ताकि ये दिख सके और दुर्घटना ना हो सके और जब यह युद्ध में जाते हैं तो लूनर बर्ग लेंस को हटा देते हैं जिससे कि वह रडार से कंप्लीट गायब हो जाते हैं तो यह एक एडवांस टेक्नोलॉजी है तो यह लगा रना जरूरी है वरना अगर यह नहीं रहेगा तो रडार ऐसे खाली दिखेगा कुछ भी नहीं है और इसके ऊपर जैसे हम लगा देंगे लूनर बर्ग लेंस तो रडार में दिखने लगेगा जिससे कि सिविलियन टाइम में कोई दिक्कत ना हो अभी अमेरिका में यही f35 जहाज उड़ रहा था इसमें कोई गड़बड़ी आई जिस वजह से इसका पायलट सीट इंजेक्ट करके बाहर निकल गया कुछ टेक्निकली खराबी आई तो इसका पायलट सीट इंजेक्ट करके बाहर निकल गया और जहाज ऑटो पायलट पर उड़ रही थी और ऑटो पायलट उड़ते गया उड़ते गया पता ही नहीं चला उड़ते हुए चला गया अब जो पायलट नीचे गिरा बता रहा है कि भाई हमारी जहाज में टेक्निकल प्रॉब्लम थी हम जहाज छोड़ के एजेक्ट कर गए तो पूछे जहजिया कहां है कहा पता नहीं रडार में चेक कीजिए क रहा अरे तरीका उसमें लूनर बर्ग लेंस काम नहीं कर रहा था और तुम जहजिया छोड़ के कूद गया है अब हम रडार में उसको कहां खोजे दिख नहीं रहा है देखिए उसका जहाज ही गायब हो गया सिविलियन एयर रडार मिलिट्री रडार खोजते रह गए मिला ही नहीं तो पोस्टर हाटना पड़ा मिसिंग नाम क्या है जहाज का f35 बी लाइटनिंग मिसिंग डेट उसका आधार कार्ड नंबर इसे लिख के दिया फोन नंबर दिया है जिसको जिसको मिले उसको फोन करना है तो इतनी एडवांस टेक्नोलॉजी आ गई है आजकल जो काम करती है हालांकि ये जहाज गायब होने का सिलसिला पहला नहीं है एक बहुत ही दिलचस्प रूस का जहाज गायब हुआ था उसका पायलट छोड़ के उड़ गया था उस जहाज को और वो जहाज 900 किलोमीटर उड़ा था बिना पायलट का 900 किमी बिना पायलट का उड़ रहा था वो पायलट कूद गया था सीट इजेक्टर के टेक्निकल खराबी आई थी कूदने के बाद जजिया ठीक हो गया यहां पे देखिए 4 जुलाई 1989 को रूस का एक एयरफोर्स स्टेशन था एक बेस था जिसका नाम था बैग बैगीज एयर बेस तो बैगीज एयर बेस पर रूस के जहाज तैनात थे वो रूटीन प्रैक्टिस के तहत उसको उस दिन कर्नल निकोलाई उड़ा रहे थे जहाज जो था मिग 20 मिग 23 एम था इसे कर्नल निकोलाई उड़ा रहे थे इसमें एक लोगों की बैठने की कैपेसिटी होती है एक ही क्रू होता है एक ही आदमी इसे उड़ाता है जब ये टेक ऑफ किए जहाज को लेके तो नॉर्मल टेक ऑफ हुआ लेकिन टेक ऑफ करने के थोड़ी ही देर बाद इन्हें इंजन में पावर कम फील होने लगा इन्हें लगा कि इंजन उतना पावर नहीं दे रहा है तो लड़ाकू जहाजों में क्या होता है एक अलग सिस्टम होता है जिसे कहते हैं आफ्टर बर्नर इनके पास एक और ऑप्शन होता है कि एक्स्ट्रा फ्यूल जलाकर आफ्टर बर्नर सिस्टम स्टार्ट किया जाता इसके इंजन दो चरणों में होता है एक बिफोर बर्नर होता है जो नॉर्मल होता है एक होता है आफ्टर बर्नर तो नॉर्मल बर्नर में कम पावर मिलते रहता है जितना चाहिए उसको और आफ्टर बर्नर अगर लगा देगा तो उसमें और ज्यादा फ्यूल जाएगा और पावर प्रोड्यूस करेगा इससे फ्यूल खाएगा बहुत ज्यादा इसलिए अमूमन जहाज आफ्टर बर्नर का यूज इमरजेंसी में करते हैं कि अगर फटाक से टेक ऑफ करना है या दुश्मन के एरिया से भागना है या किसी एयरक्राफ्ट कैरियर से उड़ना है तो आफ्टर बर्नर का यूज करते हैं तो जब इसके इंजन ने काम कम किया तो निकोलाई ने कर्नल निकोलाई ने कहा कि हम आफ्टर बर्नर स्टार्ट करते हैं कि थोड़ा और पावर मिलेगा तो आफ्टर बर्नर स्टार्ट किए तो आफ्टर बर्नर भी स्टार्ट नहीं हो रहा था अब क्या करें अब इनका जहाज लगातार नीचे गिर रहा था नीचे गिर रहा था अब एक ज्यादा हाइट रहती है तो पायलट को भी दिक्कत नहीं होता है लेकिन इनकी हाइट महज 500 फीट बच गई तो कहे कि अब भाड़ में गया आफ्टर बर्नर भाड़ में गया इंजन 500 फीट बच ले हैं सीट इंजेक्ट करके कूद जाते हैं तो इन्होंने सीट इंजेक्ट करके कूद गया सीट इजेक्शन सीट काफी महंगे आते हैं इसके नीचे दो रॉकेट होता है ये रॉकेट होता है ये रॉकेट इनको ढकेल है और इसके ऊपर देखिए यहां हंक रहते हैं सब ये क्या करता है जहाज के ऊपर की कैनोपी को तोड़ के निकल जाता है तो ये हंक हमेशा सर से हाइट में ज्यादा रहना चाहिए ये हाइट में यह खोपड़ी यहां है तो ये यहां तक रहता है यह कैनोपी को तोड़ देता है जहाज के ऊपर के क्ला गिलास को हम कैनोपी कहते हैं शीशा का रहता है कैनोपी को तोड़ देता है और यह जानबूझ के बहुत तेज प्रेशर मारता है कि यह पायलट और खराब जहाज में ज्यादा डिस्टेंस मेंटेन किया जा सके और ये रॉकेट इसलिए भी दिया जाता है कि कई बार जहाज शुरुआत में ही टेक ऑफ करने के दौरान ही इंजन उसका फल कर जाता है तो उस समय भी अगर पायलट सीट इंजेक्ट करता है तो यह रॉकेट इतनी ऊंचाई दे देता है कि पैराशूट वहां से खुल सके और पैराशूट से वो सेफ लैंड कर सके बिना रॉकेट का कूदे तो हो सकता है कि जहाज के बिना रॉकेट का ऐसे छलांग लगाएगा तो हो सकता है इतना तेज में जहाज आता है कि जहाज का विंग सी से काट दे तो इन्होंने सीट इंजेक्ट करके कूद गए और कहे कि अब जा ससुरा तो नहीं ऑटो पायलट प लगा के छोड़ दिए कि कहीं ना कहीं तो गिर बे करेगा यहां पे और जैसे कूदे नाई निकोलाई एक का इंजन स्टार्ट हो गया इंजन ससुरा का स्टार्ट हो गया और ये चलने लगा यहां से उड़ने लगा यहां पे अब रूस जब ये कूदा तो रूस के रडार ने देखा कि भैया ये तो कूद गया यहां पे निकोलाई कूद गए और इसका बर्नर स्टार्ट हो गया इंजन स्टार्ट हो गया और ये जल्दी जल् देखते देखते रूस की सीमा को छोड़ के चला गया और रूस के रडार से ये गायब हो गया लेकिन रूस वालों को पता था कि भैया ये कूदा है इंजन में खराबी थी इंजन ठीक हो गया इससे पूछा गया क्या हुआ तो कहा कि जैसे कूदे इंजनवा चालू हो गया यहां पे हम तो पूरा कोशिश किए बचाए लेकिन वो गिरते गया गिरते गया 500 फीट ब चलता तो आप उतना से अंदर तो कूद ही जाना होता है कूद गया अब ये जहाज भाग गया पश्चिम दिशा में और देखते देख देखते ये हेल गया पोलैंड को पोलैंड पार कर गया पोलैंड जब पार किया तो पोलैंड के बाद रूस से निकला यहां पे पोलैंड पूरा देश पोलैंड पार कर गया जर्मनी पार कर गया जर्मनी उस समय दो भाग में बटा था पूर्वी जर्मनी और पश्चिमी जर्मनी पश्चिमी जर्मनी में जब प्रवेश किया तो पश्चिमी जनवरी में उस समय अमेरिका का एक एयर बेस था जिसका नाम था सस्तर बर्ग एयर बेस तो सस्तर बर्ग एयरबस प अमेरिका के f15 जहाज तैनात थे उन जहाजों ने इसे देखा कि कहां से आ रहा है तो इन जहाजों ने उसका पीछा किया और पीछा करके कहा बैला य बैला रोक रोक बैला रोक दे जहाज य रोक य नहीं रहा है तो इन्होंने कहा कि मार के गिराओ बैला को मार के गिरा दो तो चारों ओर से घेरे क जा तो बैला है ये नहीं है व सब कैसे दिस इज घोस्ट प्लेन अंग्रेज सब ना सीबीएससी वाला भूत को घोस्ट बोलता है घोस्ट दोस्त नहीं घोस्ट कहा दिस इज घोस्ट प्लेन घोस्ट प्लेन इसमें तो कोई है ये नहीं है अब उ सबका हालत खराब हो गया अरे भाई साहब ये उड़ कि आ कैसे रहा है अब सोचिए ये 1989 की बात है एक कम 90 1989 की बात है आज से लगभग लगभग 40 साल हो गया लगभग 40 42 साल उस समय ड्रोन का कोई टेक्नोलॉजी नहीं था पायलट ही जहाज को उड़ाता था अब देखते देखते ये जर्मनी भी पार करके नीदरलैंड में घुस गया और जब नीदरलैंड में जर्मनी पार करके नीदरलैंड में गया तो नीदरलैंड वाले में भी जहाज दौड़ा दिए सब रे बकल लवा इधर कहां यो देख के डरा इसमें कोई नहीं है नो वन इन द कॉकपिट हु इज फ्लाइंग द प्लेन अंग्रेजी बोलता है सभी सब ये भगवान ओ माय गॉड ओ माय गॉड गॉड हेल्प अस फ्रॉम दिस घोस्ट प्लेन ये सब डरा गया सब यहां पे तब तक ये जहाज जो है ना नीदरलैंड में घुसा नीदरलैंड को पार करके अब बेल्जियम की ओर मुड़ गया अब जब ये बेल्जियम की ओर मुड़ा तो जर्मनी वाला से बाद नीदरलैंड गया बेल्जियम में बेल्जियम की एयरफोर्स इसको दौड़ाई ए बकल लवा इधर कहां घुस गया वो भी देखिए कि इसमें भी कोई नहीं नहीं है तो बेल्जियम वाला कहा कि इसको कहां तक दौड़ाया जाए दौड़ा दौड़ा देखते हैं कहां तक जाना है बेल्जियम की सीमा को भी पार कर गया अब फ्रांस डर गया और सोच रहा मेरे पास आ रहा है तो फ्रांस भी रेडी हो गया इस बैला को मारने के लिए यहां पे तो बेल्जियम और फ्रांस के पास ये जहाज का फ्यूल खत्म हो गया यहां से यहां तक 900 किमी का डिस्टेंस तय करने के बाद बेल्जियम नामक देश में बेल्जियम लगभग पार करने ही वाला था बस बेल्जियम 10 किलोमीटर के बाद बेल्जियम पार हो जाता यानी महज ये एक मिनट और उड़ जाता ना मतलब 3040 सेकंड और उड़ जाता तो 10 किमी पार कर जाता यहां पे लेकिन फ्रांस से 10 किमी दूर अर्थात बेल्जियम में 10 किमी अंदर इसका फ्यूल खत्म हो गया और यह फ्यूल खत्म होने के बाद बेल्जियम में ही गिर गया और बेल्जियम की एयरफोर्स इसको बेल्जियम के घर पे गिरा जहां एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई बस एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी लेकिन इसमें रूस को बता देना चाहिए रूस ने गलती किया उस समय फ्रांस की भी एयरफोर्स रेडी थी कोल्ड वार का समय चल रहा था कोल्ड वार में ना दोनों देश एक दूसरे को देखना नहीं चाहते थे रूस के समर्थक वाले देश सोवियत संघ के कहलाते थे और अमेरिका के समर्थक वाले देश यह दोनों आपस में लड़ाई करते थे गुटबाजी में बढ़ गई थी दुनिया हालांकि उस समय रूस ने उसका रूस का उस समय नाम सोवियत संघ था उसके 2 साल बाद रूस 15 देशों में टूट गया अर्थात सोवियत संघ 15 देशों में टूट गया था एस्टोनिया लातविया लिथुआनिया बेलारूस यूक्रेन मोल्दोवा जार्जिया आर्मेनिया अजरबैजान कजाकिस्तान किर्गिस्तान ताजिकिस्तान तुर्कमेनिस्तान उज्बेकिस्तान रूस 15 देशों में उस समय यूएसएसआर टूट गया ठीक उससे 2 साल बाद यहां पर तो ये एक कई ऐसी घटनाएं होती हैं जो टेक्नोलॉजी टेक्निकल फेलियर के कारण होती है अब ऐसे ही मिस फायर भारत से ब्रह्मोस भी हुआ था यहां पर हालांकि मिसफायर था कि क्या था हमारे ब्रह्मोस का टेस्टिंग भी हो गया उसी बहाने तो कई बार ऐसी टेक्निकल ग्लिचस आ जाती है यहां पे तो ये साइंस जैसे जैसे आगे बढ़ेगा तो उसके कुछ डीमेट भी होते हैं 100% भरोसा नहीं कर सकते हैं टेक्नोलॉजी के और साइंस के ऊपर यहां पर समझ में आ गया कि नहीं बाकी आगे आपका बीपीएससी का इंटरव्यू ऑन गोइंग है इंटरव्यू वाले लोग अपना स्लॉट लेते रहेंगे और 28 तारीख को रेगुलर टेस्ट सीरीज और दरोगा मेंस का बैच स्टार्ट हो जाएगा जो एनडीए एसएसबी और सीडीएस के एसएसबी वाले हैं उन लोग के लिए करोलबाग दिल्ली में एसएसबी इंटरव्यू स्टार्ट हो गया है आगे हम लोग समझेंगे हैती विद्रोही किस तरह से लाल सागर पर कब्जा करते जा रहे हैं और कभी इससे पहले तो वोह अ रूस से ही सॉरी इजराइल के जहाजों पर ही अटैक करते थे अभी वोह इंडिया आने वाले जहाजों पर भी अटैक कर रहे हैं बेसिकली जिनका रिलेशन इजराइल से यहां पर और इसमें दो देशों को सबसे अच्छा फायदा हो रहा है सबसे ज्यादा तो ईरान को और इधर चाइना को चाइना कुछ बोल ही नहीं रहा उसके दोनों हाथ में लड्डू है वहां पर इसलिए इसको अगले टॉपिक में समझेंगे कि हैती विद्रोही क्या कर रहे हैं और भारतीय नौसेना क्या करने गई है क्या हम लोग उस एरिया को लाल सागर को सेव कर पाएंगे आई होप आप इस टॉपिक को समझे होंगे मिलेंगे नेक्स्ट क्लास में जय हिंद

    41 Comments

    1. aray babwa!

      Apna chooran bechay jao aur India ke people to buddho bnao.
      GPS sirf USA ke pass naheen he.Apna GPS Russia aur China ke pass bhi.Israeel sirf USA ke GPS ko control karsakta he.

    2. भारत के नाविक नेविगेशन सिस्टम को लगातार शक्तिशाली बनाने की जरुरत है। भारत को अपना शक्तिशाली सर्च इंजन बनाना चाहिए ताकि हमारी गूगल पर निर्भरता समाप्त हो । हमें अपनी मुद्रा को छठी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा के रुप में स्थापित करने के प्रयास जारी रखने चाहिए। युएन सिक्योरिटी काउंसिल में भारत की स्थायी सदस्यता के प्रयास तो होते रहें मगर हमें उससे भी आगे निकलने के प्रयास जारी रखने चाहिए। आर्थिक , सामरिक ताकत तथा विश्व के अधिकतर देशों का समर्थन भारत को महाशक्ति बनायेगा।

    3. Prince kumar yadav
      ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂😂😂❤❤❤❤❤❤❤❤❤

    4. दुनिया के सबसे अच्छे मास्टर माइंड है तो एक ही है और ओ भी खान सर,जो कभी न भेद भाव करते न ही जात पात (💙jay bhim 💙)

    5. जैसे पाकिस्तान में गलती से ब्राह्मण चली गई थी ऐसे ही गलती से रसिया ने जहाज जर्मनी देश पर पाहुंच गया😂😂😂

    6. सभी देशों का एयर डिफेंस सिस्टम चेक करने गया था रसिया का जहाज और कोई भी देश सफल नहीं हुआ😂😂😂

    7. लेकिन हमास जैसे छोटे ग्रुप को हरा नही सका एक दुष्ट मनुष्य।।।
      हमास के आगे घुटने टेक दिया है, अभी और जलील होना बाकी है इस दुष्ट आदमी का। इसके खुदके सरकार के coalation टूट रहा है, coalation टूटा मतलब सरकार गिरी, सरकार गिरी तो ये गया, वैसे खुद इसके देश वासी इसके खून के प्यासे बने है।
      इन की ज्यादा लाल मत किया करो खान सर।
      अपना भी देखी, निखिल को Czec republic से अमेरिका ने उठा लिया है, विक्रांत यादव का आदमी निखिल जिसने पन्नू को मारने जो आदमी hire किया था वो 5eyes का आदमी निकला, निखिल भाग रहा था, Czec republic से उठा लिया, तो खुद को डेढ़ शाना नही समझो, ईरान – इराक – हेजबोला को इतना भी चुटिया मत समझो।

    8. कितनी तारीफ करूं खान सर आपका फिर भी कम पड़ जाता है😊

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