[संगीत] हम चले बहारों में गुनगुनाती राहों में धड़कने भी तेज है अब क्या करें वक्त है तो जीने दे दर्द है तो सीने दे ख्वाहिशे अनजान है अब क्या करें शब्दों के पहाड़ों पे लिखी है दास्तान ख्वाबों के लि फाफ में छुपा है रास्ता हम चले बहारों में गुनगुनाती राहो

    में धड़कने भी तेज है अब क्या करें ओ वक्त है तो जीने दे दर्द है तो सीने दे ख्वाहिश अंजन है अब क्या [संगीत] करें

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