हाइगेंस के सिद्धांत के आधार पर अपवर्तन की व्याख्या | Class 12 Physics by Monu Sir
हेलो मेरे प्यारे बच्चों क्या हाल चाल बढ़िया सब तो आज के इस वीडियो में हम फिजिक्स के एक और मोस्ट इंपॉर्टेंट टॉपिक का निपटारा करने वाले हैं आज के इस वीडियो में हमारा टॉपिक है हाई गेंस के द्वितीयक तरंगी काओं के सिद्धांत के आधार पर अपवर्तन की व्याख्या परावर्तन की व्याख्या
हमने कर लिया है बाकी और भी आपको डेरिवेशन हर एक चैप्टर के देखने हैं तो प्लेलिस्ट बना दिया है रसगुल्ले वहां से देख लीजिए तो चलिए देख लेते बहुत ही प्यारा सा यह भी टॉपिक है बहुत सारे बच्चों को फालतू का यह परेशान करता है लेकिन रसगुल्ला परेशान
होना नहीं है आज हम इसको बहुत ही सिंपल तरीके से निपटाने वाले हैं तो चलिए देख लेते हैं पहले आपको ये नहीं समझना है इसको बिल्कुल अभी थोड़ा भूल जाइए शुरू में लिखने वाली चीजें क्या है हम उसको पकड़ते हैं ठीक है ना आपको शुरू में क्या लिखना
है उसी के आधार पर हम पूरा का पूरा इसका निपटारा कर देंगे चलिए बच्चों सबसे पहले ध्यान दीजिएगा कह रहा है कि माना ए एम ड एक अपवर्तक पृष्ठ दो माध्यमों को अलग करता है तो हम क्या करेंगे बच्चों आपको थोड़ा ध्यान से समझना
पड़ेगा एक ए और एम ड हमने एक माध्यम क्या किया मतलब एक परावर्तक सॉरी एक अपवर्तक पृष्ठ बना दिया ठीक और ये क्या कर रहा है दो माध्यमों को अलग कर दे रहा है भाई इधर कोई माध्यम है और एक इधर कोई माध्यम है
ठीक तो इतना समझ में आ गया आगे लिखेंगे कि माध्यमों के मतलब माना माध्यमों के जो अपवर्तनांक है n1 व n2 है मान लेते हैं कि इधर वाले माध्यम का अपवर्तनांक n1 है और इधर वाले माध्यम का अपवर्तनांक n2 है ठीक इतना क्लियर हुआ आगे कह रहा है
कि इनके वेग मतलब v1 व v2 प्रकाश के वेग को निरूपित करते हैं मान लेते हैं कि भाई इधर जब प्रकाश चल रहा होता है तो उसका वेग v1 होता है और इधर v2 होता है ठीक फिर लिखेंगे कि माना ए एक समतल तरंगाग्र ए एम
ड पर आपतित होता है तो मान लेते हैं बच्चों एक तरंगाग्र ठीक इस पर एक तरंगाग्र आपने परावर्तन में ही पढ़ा है भैया हमने बताया है मान लेते हैं एक तरंगाग्र है बच्चों इस पर क्या हो रहा है एक समतल तरंगाग्र आपतित हो रहा है ठीक इतना समझ
में आ गया कि एक क्या है एक समतल तरंगा इस पर एक समतल तरंगाग्र आपतित हो रहा है और हमें पता है बच्चों कि ये क्या है जब बिंदु यहां पर मान लेते हैं एक बिंदु है तो हमें पता है कि ये क्या हो जाएगा इस पर
अभिलंब अगर हम इस पर भी ऐसे अभिलंब खींच देंगे ठीक इतना क्लियर हुआ अब बच्चों हमें पता है कि जब ये यहां से यहां पर कोई बिंदु हम ए दे देते हैं उतने ही समय में ये यहां कहीं पर पहुंचेगा हम मान लेते हैं कि ये बिंदु बी पर यहां पर पहुंचेगा और
इसी पर अगर हम मान लेते हैं बच्चों कि इस पर माना कोई हम क्या खींच देते हैं एक अभिलंब ठीक यानी यहां पर हम क्या कर देते हैं लंबवत अभिलंब खींच देते हैं ठीक तो ये ए एक समतल तरंगाग्र है मतलब ये है बच्चों परावर्तन
में भी हमने आपको समझाया था कि जिस समय बिंदु ये तरंगाग्र बिंदु ए पर पहुंचेगा उतने ही समय में ये केवल बी तक पहुंचा है क्योंकि ये समतल तरंगाग्र है अब यह बी से सी तक पहुंचे में यहां पर मान लेते हैं बी
से एक बिंदु हम सी दे देते हैं यानी कि बी से सी तमक मतलब यहां से बी से सी तक जितनी दूरी तय करेगा और जितना वक्त लगेगा उतने समय में ये और भी आगे बढ़ चुका होगा है ना इतना तो क्लियर है बच्चों परावर्तन में भी
सेम तरह बताया था लेकिन यहां पर अपवर्तन है तो ये b से स तक पहुंचने में जितनी दूरी तय करेगा और जितना समय लगेगा उतने समय में यह क्या हो जाएगा भाई और भी दूरी तय कर लेगा ठीक उतने समय में ये और दूरी
तय कर लेगा और उसके बाद मान लेते हैं कि भाई ये यहां से जब पहुंचता है तो इसका भी अपवर्तन हो जाता है अब यहां से बच्चों अगर हम देखेंगे ठीक यानी मान लेते हैं ये b से c तक पहुंचने में जितनी दूरी तय करता है
तो उतनी ही दूरी भाई ये ए से डी तक पहुंच में लगा रहा है ठीक किसी बिंदु को हमने d मान लिया है ठीक और इस पर भी बच्चों अगर हम लंब खींच देते हैं यानी यहां पर हम चाप लगा कर के एक लंब अगर हम खींच देते हैं इस
पर ठीक है ना यानी इस वाले पर एक लंब खींच देते हैं इस पर ठीक क्योंकि ये समतल तरंगाग्र है तो ये इसके साथ 90 डिग्री का कोण बना ले रहा है तो इसमें बस यही समझना था ठीक हमने क्या बताया कि माना m m ‘ एक
अपवर्तक पृष्ठ दो माध्यमों को अलग कर रहा है ठीक है ना फिर उसके बाद माना इनके अपवर्तनांक n1 व n2 है माना v1 v2 प्रकाश के वेग को निरूपित करते हैं फिर हमने लिखा कि माना एक तरंगाग्र a और b ठीक एक तरंगाग्र क्या है बच्चों a यहां पर a है
और ये b है कि माना एक तरंगाग्र ए इस अपवर्तक पृष्ठ m एड पर गिरते हैं अब यही मेन टॉपिक है यही मेन चीज समझना है बच्चों कि जिस समय ये तरंगाग्र ए पर पहुंच जाता है उसी समय ये बी पर पहुंचता है और जब
इसको यहां पर गिरना है यानी बी को सी तक पहुंचने में जितना समय लगता है उतने समय में ये ए से डी तक पहुंच जाएगा है ना इतना क्लियर हुआ कि नहीं क्योंकि बच्चों ये इसके समतल चल रहा है कि जितने समय में बी
सी तक पहुंचेगा उतने ही समय में ए d तक पहुंच चुका होगा और d पर हमने क्या किया यहां पर एक चाप लगा दिया यहां से और इस पर भ इसके समतल इसके समांतर एक हमने अभिलंब खींच दिया 90° हो गया सेम वही चीज तो
इसमें बना है रसगुल्ले अब हमें पता है कि भाई जो भी चीज अब ये आपको समझने वाली चीज है कि ये क्या है लंब भाई अभिलंब के साथ बनाया हुआ कोण अपतन कोण हो जाता है और ये पूरा का पूरा लंब है है ना भाई पूरा का
पूरा अगर देखें ये अभिलंब है 90° अगर इसको अपन i मान लेते हैं तो ये बाकी बचा 90 – i हो जाएगा ठीक वही चीज तो यहां पर दिया है भाई ये i है ये 90 – आ है ये i है ठीक अब उसी तरह अगर इसमें आएंगे ये भाई इसमें भी
पूरा अगर हम ध्यान देंगे ये 90 हो जाएगा अगर ये r है भाई यही तो होता है ना कि ये अपवर्तक किरण है ये अभिलंब अभिलंब के साथ जो कोण बनाएगा r बनाएगा तो ये बाकी बचा 90 – r हो गया और इधर वाला r हो गया सेम वही
चीज तो इसमें बना है आप देख रहे हैं और कुछ भी नहीं है बच्चों तो इतना समझ में आ गया सेम यही चीज यहां पर बना है वही आपको हम समझाना चाहते थे और कुछ भी नहीं है ठीक तो इसमें जो कुछ भी है बच्चों केवल समझने
वाली चीजें हैं ए एम ड अपवर्तक पृष्ठ है फिर उसके बाद इनके अपवर्तनांक ठीक इनके अपवर्तनांक हम मान लेते हैं कि इसका अपवर्तनांक n1 है और इस वाले का n टू है उसके बाद उसके बाद बच्चों इनके वेग क्या है v1 और v2 है ठीक ये वेग आपको दिखाई पड़
रहे हैं ये लिखा है फिर यही तो कहा कि माना इस पे क्या है ए a और b है ठीक माना जो ए है एक समतल तरंगाग्र इस पर आपतित होता है तो वही चीज है कि जिस समय ये जो तरंगाग्र a पर पहुंचेगा उसी समय ये b तक
पहुंचेगा और जिस समय मतलब b को c तक पहुंचने में जितना वक्त लगेगा उतने समय में ये ए से डी तक पहुंच जाएगा और इसी पर हमने चाप खींच कर के क्या किया भाई इसको इससे मिला दिया और ये वाला तो इस पर अभिलंब खींच के एक समांतर दर्शा दिया है
ठीक इतना क्लियर हो गया चलिए अब जो है समझना अब मेन चीज शुरू करेंगे लिखेंगे कि किसी क्षण बी को सी तक पहुंचने के लिए चली गई दूरी अब भाई दूरी बराबर होता क्या है बच्चों दूरी बराबर चाल गुण समय ठीक दूरी बराबर चाल गुण समय अब दूरी है क्या जनाब
दूरी बी से सी तक तो जा रहा है रसगुल्ले तो b स बराबर लिखे चाल चाल हमने क्या माना है v1 समय क्या है t तो b स बराबर v1 न t हो गया ठीक अब यहां पर लिखेंगे फिर से वही चीज कि जितने समय में ये लिखने वाली चीजें
है बच्चों कि जितने समय में समय में b c तक पहुंचता है b c तक पहुंचता है उतने समय में उतने समय में समय में एडी तक पहुंचता है a जो है वह कहां तक d तक पहुंचता है यही तो हम कब से आपको समझा रहे
हैं है ना यही क्या करता है a जो है वह d तक पहुंच जाता है अब भाई ए से डी तक की चली दूर निकालेंगे तो निकालेंगे ए से डी तक चली गई दूरी चली गई दूरी अब ए से डी तक की चली गई दूरी
अपने को निकालना है तो भाई एडी बराबर क्या हो जाएगा बच्चों यहां से यहां तक दूरी चलना है तो भाई चाल v2 इधर का चाल v2 है है ना ये दिख रहा है आपको ठीक भाई इधर वाला जो वेग v1 है और इधर वाला v2 है तो
यहां पर क्या हो जाएगा v1 न t तो यहां पर हमें बी से सी तक चली गई दूरी मिल गया रसगुल्ले अब उसके बाद ए से डी तक भी चली गई दूरी अपने को मिल गया है ठीक चलिए पहले इसको स्क्रीनशॉट कर लीजिए क्योंकि यह बहुत
ही जरूरी चीज है ठीक है ना तो सबसे पहले इसको स्क्रीनशॉट फटाक से कर लीजिए चलिए बच्चों हो गया इतना हो गया अब हम आ जाते हैं आगे ठीक अब देखिएगा अब इसमें फिर से फिगर बना दिया है ताकि दिक्कत ना हो अब इसमें समझना बच्चों अब दो
त्रिभुज आपके सामने दिख रहे हैं हम लिखेंगे त्रिभुज सबसे पहले त्रिभुज ए सी ठीक त्रिभुज लिखेंगे ए सी तथा ठीक यहां पर ए बी सी है तथा एडी स इस वाला नीचे का त्रिभुज तथा एडी सी में इन दोनों त्रिभुज में अगर हम ध्यान देंगे बच्चों तो हम क्या निकालेंगे
सान आ और सा आ क्योंकि जो ए है वो भाई इस पृष्ठ के साथ आ कोण बना रहा है और जो यहां पर भाई अगर हम बात करेंगे ये जो बीसी है ठीक है ना ये सॉरी डी स है वो इसके साथ आ कोण ब रहा है तो दोनों त्रिभुज में हम
निकालेंगे सबसे पहले निकालेंगे कि सा आ बराबर सा आ ऊपर वाले कोण की बात कर रहे हैं बच्चों ठीक है ना दोनों कोण में है तो सबसे पहले इसी में लिख देते हैं ठीक है ना यानी त्रिभुज ए स में दिक्कत ना हो एक ही त्रिभुज में कर देते हैं तो यहां से
लिखेंगे सा आ बराबर तो भई सा थीटा बराबर होता क्या है लंब बटे कर्ण तो लंब क्या है बच्चों ठीक क्योंकि यह जो भाई कोण है इसके सामने की भुजा कर्ण होती है तो लंब है bc9 बटे कर्ण क्या है ए bc1 ए हो गया या इसको लिख देंगे भाई
Sinc-sind कि त्रिभुज त्रिभुज ए एडीसी में एडी स में ठीक त्रिभुज एडी सी में इस वाले त्रिभुज की बात कर रहे हैं तो इसमें भी r कोण ये बना रहा है इसके साथ बच्चों तो इसमें लिखेंगे क्या सा आ बराबर इसमें भी लंब बटे कर्ण अबकी लंब भाई इसके लिए लंब
क्या है एडी है तो एडी हो गया बच्चों लंब बटे कर्ण कर्ण क्या हो गया इसका a और सी कण हो जाएगा ठीक है ना तो हो गया ए तो ये हो जाएगा साइन आ बराबर एडी का मान हमने कितना निकाला था v2 * t ठीक अपॉन ए हो गया
अब इसको ओपन दे देंगे इक्वेशन नंबर टू इक्वेशन नंबर टू हो गया समीकरण दो अब हम निकालेंगे दोनों का अनुपात तो यहां से लिखेंगे हम क्या लिखेंगे ब समीकरण समीकरण एक व दो से समीकरण एक व दो से समीकरण एक दो का हम क्या करेंगे रेशियो निकालेंगे तो
हम लिखेंगे कि सान आ अपॉन सा आ बराबर भाई सान आ का पूरा वैल्यू कितना है तो ये है v1 * t अपन ए है ठीक और सा आ वाला क्या है तो ये है v 2 * t अप ए है ठीक है ना ए है
अब ए को ए से हम करते क्या है बच्चों काट देंगे इतना क्लियर हो गया रसुल अब यहां से हमारा काम क्या है भाई अब हम लिखेंगे क्या सा आ अपॉन सा आ बराबर हो गया क्या भाई देखिए t को t से भी काट देंगे भाई ये भी
निपट जाएगा t को t से काट दिया तो केवल बच गया बच्चों यहां पर v1 अपन v2 इतना बच गया लेकिन एक चीज याद रखना बच्चों हमें एक चीज मालूम है चूंकि n बराबर होता है c अप v ये फार्मूला होता है अगर यहां से भई हम v
बराबर लिखेंगे तो ये n अपॉन क्या हो जाएगा सॉरी v बराबर अगर लिखेंगे बच्चों तो c अप n हो जाएगा अगर हम v1 बराबर लिखेंगे तो c अप n1 हो जाएगा अगर भाई बराबर लिखेंगे तो c अपन n2 हो जाएगा यही वैल्यू क्या करना है अपने को यहां पुट कर देना है तो
लिखेंगे बच्चों सा आ अपन सा आ बराबर भाई v1 के स्थान पर हम इतना लिखेंगे बच्चों तो हो जाएगा c अप n1 ठीक और v2 के स्थान पे c अप n2 इतना लिख दिए कुछ कटने वाली चीजें हैं बिल्कुल है सी से सी कट गया अब इसको
थोड़ा हटा देते हैं ठीक इतना समझ जाइएगा भाई इसको यहां लिख देते हैं चूंकि n = c अप v इतना याद रखिए बच्चों इसी से ये हमने क्या किया है पुट किया है ठीक है ना अब यहां पर हम क्या करेंगे देखिए अब लिखेंगे
सा आ सा आ अपॉन कितना हो गया बच्चों सा आ हो गया बराबर भाई 1 ब n1 है बटे 1 ब n2 है तो भाई ये ऊपर चला जाएगा n n1 ऊपर चला जाएगा n1 नीचे आ जाएगा ठीक और यही क्या है भाई अपवर्तन का नियम है या बच्चों इसको
कैसे लिख सकते हैं या इसको हम लिख सकते हैं इस तरह से कि सा आ अपन सा आ बराबर इसको लिख सकते हैं 1 ए2 पहले के सापेक्ष दूसरे का अपवर्तनांक और यही क्या होता है स्नेल का नियम और नेल का नियम क्या है भाई
अपवर्तन का नियम समझ में आया तो इस तरह से रसगुल्ले हम क्या कर सकते हैं बहुत ही सिंपल तरीके से क्या अपवर्तन के लिए व्याख्या कर सकते हैं हाई गेंस के द्वितीय तरंगी काओं के सिद्धांत के आधार पर कुछ भी नहीं था बच्चों बहुत ही सिंपल है आप देख
रहे हैं बस फालतू का एक डर होता है आपके माइंड में कि सर ये कठिन है कठिन कुछ नहीं है और आपको बता दें बच्चों ये ये जो टॉपिक है ना पूरे पांच नंबर में पूछा जाएगा रसगुल्ले इसलिए इसे बिल्कुल भी इग्नोर हम नहीं कर सकते हैं ठीक ये सारे ऐसे टॉपिक
हैं सेकंड फिजिक्स में बहुत सारे बच्चे इसको बिल्कुल भी मतलब देखते ही नहीं है छोड़ देते हैं और वही एग्जाम में जब आता है धोखा हो जाता है तो आपके साथ धोखा ना हो इसलिए इसको अच्छे से समझ लीजिए और हमने जितना सिंपल हो सकता था उतना सिंपल तरीके
से बच्चों आपके सामने एक्सप्लेन किया है तो उम्मीद है ये वीडियो आपके लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल रही होगी अगर वीडियो पसंद आई हो तो प्यार से एक लाइक कर देना और नए है तो चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर लीजिए और एक प्यारा सा कमेंट जरूर कर दीजिए लव
यू बाय बाय टेक केयर और हां इसको स्क्रीनशॉट कर [संगीत] लीजिए
26 Comments
😮😮😮
Sar ji aap bahut achcha padhaate Ho
Sar Ji aapane mera doubt clear kar diya
Thank you sir ji
Sor ji aapna namber de do 😢😢😢😢😢
You are a great teacher sir
I love you sir
Kamal
main apse hi padhta hoo keval guru ji
Thank you sir ji ☺️☺️
Thank you sir jii
Thank you sir🥺❤❤❤
❤
Love you tooooooooo sir ❤
Masaallah sar aap bahut accha pada ty hai😊
Now feeling well❤❤
Mai to kisi ko bhi padha sakta hu ab ye topic❤❤
Thnx sir🥰
sir n1 ke jagah par meu1 bhi to rakh sakte hai na
❤
Very nice sir
Sir Ji video bahut accha LAGI love you ❤❤❤❤❤
Thank u sir hm sbhi ke liye itna achha explain krne ke liye thank u so much sir 🙂🙂
Thank you so much sir❤❤❤❤❤❤❤❤😂
Ram Ram sir❤❤❤❤❤❤
Thankyou sir aapne bahut simple tarike se smjhaya 🎉🎉
Mai bahut tension me thi but ab nhi ❤❤❤❤
Thanks sir Maja aagaya